Wednesday, February 6, 2013
एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स)
सरकार ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन को आधुनिक एवं स्वदेशी तकनीक पर आधारित एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स)
को विकसित करने की मंजूरी प्रदान कर दी है। इस प्रणाली से भारतीय वायुसेना को दुश्मन के क्षेत्र में भीतर तक नजर रखने में मदद मिलेगी।भारत के पास पहले से ही तीन अवाक्स विमानों का बेड़ा है जिसकी आपूर्ति इस्राइल से की गई थी। इसे रूस से हासिल किए गए इल्युशिन 76 विमानों पर लगाया गया है। आधुनिक एवं स्वदेशी अवाक्स के विकास के लिए डीआरडीओ आईएल 76 के आकार के वैकल्पिक विमानों की तलाश करेगा जिन पर इस अवाक्स प्रणाली को लगाया जाएगा।डीआरडीओ द्वारा विकसित किए जा रहे एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग ऐंड कंट्रोल (एईडब्ल्यूऐंडसी) विमान तथा प्रस्तावित अवाक्स के बीच अंतर के संबंध में सूत्रों ने बताया कि अवाक्स रडार 360 डिग्री का कवरेज देता है जबकि एईडब्ल्यूऐंडसी 270 डिग्री का ही कवरेज उपलब्ध कराता है।
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रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन
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