एचआईवी पीड़ित लोग जो धूम्रपान करते हैं उन्हें एड्स होते देर नहीं लगती क्योंकि धूम्रपान करने के कारण उनकी शरीर की रक्षा करने वाली प्रणाली कमजोर हो चुकी होती है।धूम्रपान करने वाले लोगों में आँतों का एक रोग क्रोहंस डिजीज अधिक देखी जाती हैं जिससे कि व्यक्ति को लगातार दस्त व आँतों में तकलीफ की शिकायत रहती है.धूम्रपान करने वालों की सूंघने की शक्ति कम हो जाने के कारण वह सुगंधों का आनंद भी नहीं ले सकते.
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