लघु पनबिजली पर्यावरणीय रूप में हितैषी है. इसमें वनों का कटाव कम से कम अथवा नगण्य होता है और इस प्रकार इसका जीव–जंतुओं, वनों और जैव विविधता पर अत्यधिक कम प्रभाव पड़ता है। एसएचपी परियोजनाओं पर प्रति मेगावाट लागत सामान्यत: सात से साढ़े आठ करोड़ रूपये आती है।
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