केरल अपनी अद्भूत विविध कला प्रदर्शनों पर गर्व करता है। दुर्लभ संस्कृत थियेटर कुट्टीयट्टम और धार्मिक नृत्य नाटक मुदीयेत्तू को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की प्रतिनिधि सूची में स्थान मिला। कथकली और मोहिनीयट्टम जैसे शास्त्रीय नृत्यों को भी दुनिया में सराहा जाता है।
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