हमारा सारा ज्ञान एवं सारी योग्यताएं जिज्ञासा के बिना व्यर्थ हैं--रबींद्रनाथ टैगोर
Tuesday, September 4, 2012
अबुलकलाम आज़ाद
अबुलकलाम आज़ाद अपनी प्रसिध्द पुस्तक 'इंडिया विन्स फ्रीडम' में लिखा है कि- 'लोगों को यह सलाह देना सबसे बड़े धोखों में से एक होगा कि भौगोलिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से भिन्न क्षेत्रों को धार्मिक संबंध जोड़ सकते हैं।'
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