हमारा सारा ज्ञान एवं सारी योग्यताएं जिज्ञासा के बिना व्यर्थ हैं--रबींद्रनाथ टैगोर
Monday, September 24, 2012
वेदत्रयी
विद्वानों ने वेदों के रचनाकाल की शुरुआत 4500 ई.पू. से मानी है। यह धीरे-धीरे रचे गए.पहले वेद को तीन भागों में संकलित किया गया- ऋग्वेद, यजुर्वेद व सामवेद जिसे वेदत्रयी कहा जाता था। अथर्ववेद का संकलन ऋषि अथर्वा द्वारा किया गया।
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