Thursday, August 16, 2012

चटगाँव विद्रोह

अठारह अप्रैल 1930 को सुबह 10 बजे सूर्यसेन के क्रांतिकारी समूह ने पुलिस शस्त्रागार पर कब्जा कर लिया. क्रातिकारियों ने टेलीफोन लाइनें काट दीं और ट्रेनों के परिचालन को भी रोक दिया.इस दौरान करीब 80 ब्रिटिश सैनिक और 12 क्रांतिकारी मारे गए थे. प्रीतिलता वाडेदार और मास्टर सूर्यसेन भाग गए.इस क्रांतिकारी समूह में महिलाओ की संख्या किसी भी क्रांतिकारी समूह से ज्यादा थी .

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