जिज्ञासा
हमारा सारा ज्ञान एवं सारी योग्यताएं जिज्ञासा के बिना व्यर्थ हैं--रबींद्रनाथ टैगोर
Wednesday, August 15, 2012
ऋत्विक घटक
1948 में ऋत्विक घटक ने अपना पहला नाटक कालो सायार (द डार्क लेक) लिखा.1957 में, उन्होंने अपने अंतिम नाटक ज्वाला (द बर्निंग) को लिखा.
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