Saturday, August 18, 2012

मोहम्मद इकबाल

इकबाल एक मानवतावादी थे ,जिन्होंने मानव कर्म को प्रमुख धर्म की स्थिति में पहुँचा दिया ।
उनके विचार में स्थिति को निष्क्रिय रूप में स्वीकार करने से बड़ा कोई पाप नही है ।

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