Friday, August 17, 2012

राष्ट्रीय बाल श्रम परियोजना

सर्वेक्षण के दौरान जिन बाल मजदूरों की पहचान की जाती हैं उन्हें विशेष स्कूलों में डाला जाता है और निम्न सुविधाएं दी जाती हैं – अनौपचारिक/औपचारिक शिक्षा, हुनर/शिल्प प्रशिक्षण, पाँच रूपये प्रति बच्चा प्रति दिन के हिसाब से पूरक पौष्टिक आहार, सौ रूपये मासिक प्रति बच्चा छात्रवृत्ति और स्वास्थ्य सुविधाएं, जिसके लिए 20 स्कूलों के समूह पर एक डाक्टर नियुक्त किया जाता है।

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