हमारा सारा ज्ञान एवं सारी योग्यताएं जिज्ञासा के बिना व्यर्थ हैं--रबींद्रनाथ टैगोर
Friday, August 24, 2012
महमूद बेगड़ा
महमूद को ‘बेगड़ा’ की उपाधि 'गिरनार'' जूनागढ़' तथा चम्पानेर के क़िलों को जीतने के बाद मिली थी.उसने गिरिनार के समीप ‘मुस्तफ़ाबाद’ की स्थापना कर उसे अपनी राजधानी बनाया. उसका दरबारी कवि 'उदयराज' था, जो संस्कृत का कवि था।
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