वेद मंत्रों को समझने के लिए 6 विषयों का ज्ञान और चाहिए, वे हैं- छन्द, कल्प, ज्योतिष, निरुक्त, शिक्षा और व्याकरण। इन्हें षड़ंग कहा गया है। वेद को एक पुरुष मान लें तो, छन्द को वेद का पैर, कल्प को हाथ, ज्योतिष को आंख, निरुक्त को कान, शिक्षा को नासिका और व्याकरण को वेद का मुख माना गया है।
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