वेद मंत्रों में शुद्ध उच्चारण महत्वपूर्ण है।। मंत्र के पद्य भाग का ज्ञान छन्द से होता है।प्रत्येक छन्द में अक्षरों की संख्या निश्चित रहती है। शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई, इसकी जानकारी निरुक्त देता है. वेद मंत्रों में निहित विज्ञान की जानकारी ज्योतिष के माध्यम से प्राप्त होती है। शब्दों का सही अर्थ व्याकरण जानने से निकलता है। संस्कारों की जानकारी कल्पसूत्रों से प्राप्त होती है।
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